संक्षिप्त इतिहास |
उत्तराखण्ड राज्य के चम्पावत जिले के पाटी लोहाघाट में स्थित हैं। माॅ बाराही धाम देवीधुरा से मात्र 15 कि0मी0 की दूरी पर स्थित पाटी कस्बा जो कि एक विकासखण्ड एवं तहसील है, यहाॅ के युवाओं के उच्च शिक्षा हेतु एक महाविद्यालय से वंचित था। पाटी क्षेत्र के आस-पास कई इण्टरमिडिएट तक की पढाई के लिये कई विद्यालय संचालित थे परन्तु उच्च शिक्षा हेतु क्षेत्र के छात्र/छात्राओं को दूरस्थ क्षेत्रों जैसे लोहाघाट,चम्पावत,हल्द्वानी पिथौरागढ महाविद्यालयों में प्रवेश हेतु जाना पड़ता था।
क्षेत्र के कई प्रबु˜ व्यक्ति अपने स्तर से पाट में महाविद्यालय खुलवाने का प्रयास कर रहे थे। परन्तु उन्हें राजनातिक स्तर से खाली आस्वाशन मिल रहे थे। प्रान्तीय नगर उद्योग व्यापार मण्डल पाटी के नेतृत्व में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें पाटी में महाविद्यालय खुलवाने हेतु आन्दोलन करने पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।
20 फरवरी 2011 को प्रान्तीय नगर उद्योग मण्डल पाटी के सदस्यों श्री सुरेश चन्द्र भट्,सुबेदार तेज सिंह बिष्ट,दीपक जोशी,श्री सोबन सिंह मौनी,श्री केशव दत्त टकवाल आदि ने तत्कालीन मुख्यमंत्री डाॅ0रमेश पोखरियाल निशंक जी से देहरादून में मुलाकात की, मुख्यमंत्री जी द्वारा घोषणा की गयी कि पाटी परीक्षणोपरान्त महाविद्यालय की स्थापना की जायेगी।
प्रतिनिधि मण्डल बराबर पाटी में महाविद्यालय खुलवाने हेतु प्रयासरत रहा।नितन्तर संघर्स जारी रहा।कई बार देहरादून जाते रहे परन्तु महाविद्यालय पाटी में न खुलकर देवीधुरा में खोल दिया गया। एक बार पुनः संघर्स की रणनीति बनी क्षेत्रीय विधायक माननीय पूरन सिंह फत्र्याल जी के नेतृतव में एक प्रतिनिधि मंण्डल माननीय मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जी एवं उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ0 धनसिंह रावत जी से मिला ।
माननीय मुख्यमंत्री एवं माननीय उच्च शिक्षा मंत्री जी द्वारा पाटी में महाविद्यालय खोलने हेतु आश्वाासन दिया।06 अप्रैल 2018 को फत्र्याल जी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री जी के पाटी आगमन पर प्रतिनिधि मंण्डल के विशेष आग्रह पर पाटी मुख्यालय में राजकीय महाविद्यालय खोले जाने की विधिवत घोषणा की गयी।
25 फरवरी 2019 को उ0सरकार द्वारा शासनादेश जारी हुआ तथा डाॅ0ए0एस0 उनियाल जी प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय देवीधुरा को पाटी महाविद्यालय पाटी का नोडल अधिकारी/प्रभारी प्राचार्य नियुकत किया गया। उनके निर्देशानुसार महाविद्यालय की व्यवस्था एवं संचालन हेतु एक महाविद्यालय प्रबंधन समिति का गठन 10-05-2019 को किया गया जिसमें निम्न सदस्य थे-
1-श्री भगीरथ सोराड़ी जी
2-श्री दयानन्द जोशी जी
3-श्री सुरेश चन्द्र भट् जी
4-श्री घनश्याम शर्मा जी
5-श्री गुणानन्द गहतोड़ी जी
6-श्री नवीन चन्द्र जोशी जी
7-श्री भूवन चन्द्र गहतोड़ी जी
8-श्री खीमानन्द जोशी
9-श्री हीराबल्ल्भ टकवाल जी
समिति के सदस्य श्री सुरेश चन्द्र भटृ जी ने काफी प्रयास करके महाविद्यालय के भवन हेतु मुख्य शिक्षा अधिकारी, चमपावत से प्राथमिक विद्यालय पाटी के भवन में अस्थाई संचालन हेतु अनुमति दिलाई।
स्मिति ने कु0वि0वि0नैनीताल से बी0ए0प्रथम वर्ष को प्रारम्भ करने हेतु पैनल कराने के लिये आपसी चन्दे से धनराशि की व्यवस्था की। पैनल द्वारा महाविद्यालय में बी0ए0 प्रथम वर्ष में चार विषयों हिन्दी,संस्कृत,अंग्रेजी एवं समाजशास्त्र के साथ प्रारम्भ करने की अस्थाइई मान्यता प्रदान की गई।
समिति के अथक प्रयासों से माननीय विधायक श्री पूरन सिंह फत्र्याल जी ने प्राथमिक विद्यालय पाटी में महाविद्यालय संचालन हेतु 300000 तीन लाख मरम्मत,प्रशाधन एवं फर्नीचर के लिये विधायक निधि से स्वीकृत किये।
प्रभारी प्राचार्य डाॅ0 उनियाल जी द्वारा प्रवेश हेतु रा0 महा0 देवीधुरा से डाॅ0एस0के0सिह जी को भेजा गया उनकी सहायता हेतु राजकीय ईण्टर कालेज पाटी से वरिष्ठ सहायक श्री नितिन बिष्ट जी को महाविद्यालय में विद्यार्थियों के प्रवेश हेतु सम्ब˜ किया गया। इनके द्वारा सत्र 2019-20 कुछ प्रवेश किये गये तद्पश्चात रा0महाविद्यालय चम्पावत से चतुर्थ श्रेणी के रूप में श्री जीवन राम जी को महाविद्यालय सम्ब˜ किया गया। इनके द्वारा महाविद्यालय के कार्यो का सम्पादन हुआ।
अगस्त 2019 से महाविद्यालय में प्रथम शैक्षणिक सत्र 2019-20 प्रारम्भ हुआ तथा शिक्षकों की नियुक्ति हुयी। कला संकाय के प्रथम वर्ष में कुल 134 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिये। महाविद्यालय में शिक्षक के रूप में 21-06-2019 को अंग्रेजी विषय में श्री जगत सिंह बिष्ट जी की नियुक्ति हुयी। इसके पश््चात दिनांक 13-11-2019 को श्रीमती हिना परवीन सममाजशास्त्र विषय में तथा दिनांक 18-11-2019 को संस्कृत विषय में श्री मनोज कुमार जी की नियुक्ति हुई।
प्रथम वर्ष में 25 छात्र एवं 109 छात्राओं ने प्रवेश लिया एवं प्राथमिक विद्यालय पाटी के भवन में कक्षाओं का संचालन हुआ।महाविद्यालय में अपने संशाधन न होने के कारण कु0वि0वि0 नैनीताल द्वारा परीक्षा केन्द्र नही बनाया गया तथा प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को अपनी वार्षिक परीक्षा देने के लिये रा0महा0 देवीधुरा जाना पड़ा।
महाविद्यालय में कनिष्ठ सहायक के रूप में श्री हिमांशु बिष्ट की नियुक्ति 08-01-2020 को हुयी। तथा हिन्दी विषय में डाॅ0छत्रपति पन्त जी ने 03-02-2021 को स्थानान्तरित किया गया। 12-02-2021 को संस्कृत विषय मे असि0प्रो0 कु0ऋतु को आयोग से नियुक्त किया गया।
सत्र 2020-21 में महाविद्यालय में प्रथम एवं द्वितीय वर्ष में कुल 177 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया।
इस दौरान महाविद्यालय में प्राचार्य पद स्वीकृत न होने के कारण प्राचार्य का प्रभार रा0स्ना0महाविद्यलय लोहाघाट के पास रहा।
सत्र 2020-21 में भी महाविद्यालय के समस्त छात्र/छात्राओं को परीक्षा देने हेतु रा0महा0देवीधुरा जाना पड़ा।नवीन सत्र 2021-22 में प्रथम वर्ष में कुल 129 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया तथा तथा महाविद्यालय में कुल छात्रों की संख्या 250 हो गयी।
इसी सत्र में शासन द्वारा दो नवीन विषयों इतिहास एवं शिक्षाशास्त्र विषयों की भी अनुमति दे दी गयी तथा इतिहास विषय में डाॅ0प्रवीण कुमार पाण्डेय 06-10-2021 एवं शिक्षाशास्त्र में श्रीमती अलका आर्य ने दिनांक 29-11-2021 को नियुक्त किया गया। सत्र 2021-22 में बी0ए0 प्रथम वर्ष के छात्र छः विषयों हिन्दी, संस्कृत,समाजशास्त्र,अंग्रेजी शिक्षाशास्त्र एवं इतिहास मंे अध्ययन कर रहे है।
महाविद्यालय प्रबंधन एवं सरक्षक समिति के प्रयासों से महाविद्यालय के भवन निर्माण हेतु भूमि दान करने के लिये निकटवर्ती ग्राम जैरोली एवं जौलाड़ी के ग्रामवासियों को प्रेरित किया गया। दोनो गाॅवों के लगभग 25 लोगों ने महाविद्यालय के भवन निर्माण हेतु 100 नाली भूमि महाविद्यालय को दान दे दी गयी।
महाविद्यालय को भूमि उपलब्ध कराने में डाॅ0आनन्द सिंह उनियाल तत्कालीन प्राचार्य,श्री जगत सिंह विष्ट नोडल अधिकारी भूमि, श्री जीवन राम जी का विशेष योगदान रहा। सितम्बर 2021 में उत्ताखण्ड सरकार द्वारा महाविद्यालय प्राचार्य का पद सृजित किया गया एवं दिनांक 30-11-2021 को डाॅ0आर0 के0 पाण्डेय द्वारा स्थाई प्राचार्य के रूप में कार्यभार ग्रहण किया गया। वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा भवन निर्माण का कार्य जारी है। सम्भवतः नवीन सत्र में महाविद्यालय अपने नवनिर्मित भवन में संचालित हो जायेगा।